लॉकडाउन के पहले दिन बंद रही दुकानें,सड़कें रही वीरान

कानपुर। चीन के वुहान शहर से निकला जानलेवा कोरोना वायरस इन दिनों पूरी दुनिया के लिए महामारी बन चुका है। ऐसे में इससे बचने के लिए रविवार को प्रधानमंत्री की अपील पर जनता ने खुद जनता कप! लगा लिया तो वहीं देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर सहित 16 जिलों को लॉकडाउन घोषित कर दिया। ऐसे में लॉकडाउन के पहले दिन दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान व शॉपिंग माल बंद रहे और सड़कें वीरान रहीं। यहां पर लोग सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए ही घरों से कुछ दूरी तक बाहर निकल रहे हैं। कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर सहित यूपी के 16 जनपदों पर लॉकडाउन घोषित करने का आदेश जारी कर दिया है। आदेश के मुताबिक 25 मार्च तक लोग घरों पर ही रहेंगे। सोमवार को शहर की सभी सड़कें वीरान रही और दुकानें व्यापारिक प्रतिष्ठान व शॉपिंग माल भी बंद रहे। जो भी लोग निकल रहे थे वह बहुत ही जरुरी काम के लिए, यहां तक अस्पतालों में वही मरीज जा रहे थे जिनको भारी परेशानी रही। ज्यादातर लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए कानपुरचीन के वुहान शह मोहल्ले तक ही सीमित रहे। हालांकि बैंक, अस्पताल और राशन दुकानें,पेट्रोल पंप दवा की दुकानें आदि खुले रहें, पर राशन दुकान को छोड़कर कहीं भी अधिक लोगों की भीड़ नहीं देखी गयी। किराना की दुकानों में भी सुबह ही लोगों की भीड़ रही और खाद्य सामग्री खरीदने के बाद फिर लोग अपने को घरों पर कैद कर लिये। जिलाधिकारी ने जारी की एडवाइजरी : कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए लॉकडाउन के पहले दिन जिस तरह से शहर के के लोगों ने गंभीरता नहीं दिखाई उसके बाद प्रशासन ने सख्त रूख अपनाया है। इसी के साथ अगले दो दिनों के लिए कार्य अवधि की डीएम ने एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में बैंकिंग कार्य अवधि से लेकर जरूरी सामान की खरीदारी का समय भी तय कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने सोमवार को लोगों से अपील की है कि वे कहीं बाहर न निकलें। अनावश्यक भीड़ न लगाएं और सार्वजनिक स्थानों पर न जाए,क्योंकि वे उस दौर में खड़े हैं,जहां थोड़ी सी भी लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है। कहा कि,23 से 25 मार्च तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। उन्होंने कहा कि किसी आपात स्थिति में अगर किसी परिवार को जरुरत होगी तो 112 सेवा उसके लिये उपलब्ध रहेगी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से संचालित रहेंगी और किसी को अगर कोई समस्या होती है तो एंबुलेंस तत्काल पहुंचेगी और समुचित इलाज कराया जाएगा।